Copyright

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© बुक-रसिया एक अव्यवसायिक वेबसाइट परियोजना है जो रूसी भाषा से भारतीय भाषाओं में अनुवाद और भारतीय भाषाओं से रूसी भाषा में होने वाले अनुवादों और अनूदित साहित्य को समर्पित है । इसका उद्देश्य अब तक अनूदित रचनाओं को एक जगह पर इकट्ठा करना और पाठकों तक पहुँचाना है ।

इस वेबसाइट पर जोड़े गए अनुवादों और रचनाओं का सर्वाधिकार मूल रचनाकारों और रचनाओं के अनुवादकों के पास या अन्य सर्वाधिकार धारकों के पास सुरक्षित है । इसलिए बुक-रसिया वेबसाइट में संकलित कोई भी रचना, अनूदित रचना या कोई भी अन्य सामग्री किसी भी तरह के सार्वजनिक लाइसेंस (जैसे कि GNU Free Documentation License) को अन्तर्गत उपलब्ध नहीं है ।

ऐसा हो सकता है कि किसी रचनाकार, अनुवादक या किसी रचना के प्रकाशक को बुक-रसिया की वेबसाइट पर प्रकाशित किसी सामग्री के उपलब्ध होने से कोई असुविधा हो या उन्हें कोई आपत्ति हो । इस सिलसिले में हमारा निवेदन है कि वे पहले नीचे दिए गए स्पष्टीकरण को पढ़ लें ।

बुक-रसिया पूरी तरह से एक अव्यावसायिक परियोजना है और इसका मुख्य उद्देश्य अनूदित सामग्री को भावी पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखना और आज की पीढ़ी के लिए सहज ही उपलब्ध कराना है । इस वेबसाइट के पीछे आर्थिक लाभ कमाने का कोई उद्देश्य नहीं है । हमारा एकमात्र उद्देश्य दुर्लभ अनूदित रचनाओं को काल के गर्भ में लुप्त हो जाने से बचाना और उन्हें इन्टरनेट पर एक ही जगह पर एकत्रित करना है ताकि दुनिया के किसी भी कोने में बैठा हिन्दी, रूसी और अन्य भाषाओँ का पाठक किसी भी समय इन रचनाओं का अध्ययन कर सके और रसास्वादन कर सके ।

बुक-रसिया एक स्वयंसेवी परियोजना है । हिन्दी, रूसी और अन्य भाषाओं के विद्वान-अनुवादक, रूपान्तरकार व भाषान्तरकार आदि को हम किसी तरह का कोई पारिश्रमिक नहीं देते हैं । वे सिर्फ़ स्वयंसेवा के आधार पर बुक-रसिया के साथ सहयोग करते हैं । इसके लिए हम उनके आभारी हैं और परियोजना में उनका बार-बार उल्लेख करके हम उन्हें उनके काम का उचित श्रेय देते हैं ।

हम जानते हैं कि आज रचनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए सोशल-मीडिया जैसे असरदार साधन उपलब्ध हैं, लेकिन सोशल वेबसाइटों, ऑनलाइन पत्रिकाओं और ब्लागों की संख्या में दिन-प्रतिदिन वृद्धि होती जा रही है और उनमें प्रकाशित होने के बाद भी रचनाएँ प्रमाणीकरण के अभाव में भीड़ में गुम हो जाती है और पाठक तक नहीं पहुँच पातीं ।

हमें मालूम हैं कि रचनाकार अपनी रचना के प्रकाशन पर तभी आपत्ति करते हैं जब वो ये देखते हैं कि उनकी रचनाओं का व्यावसायिक दुरूपयोग किया जा रहा है, लेकिन बुक-रसिया जैसी अव्यावसायिक परियोजनाओं में अपनी रचनाओं के संकलन या अनुवादों पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं होती, बल्कि वे तो इसपर प्रसन्न ही होते हैं । हालाँकि बुक-रसिया वेबसाइट में बहुत-सी अनूदित रचनाएँ और अनूदित पुस्तकें अभी तक शामिल नहीं की जा सकी हैं, लेकिन हमें विश्वास है कि हम जल्दी ही उन्हें ढूँढ़कर उन्हें पाठकों के लिए प्रस्तुत करेंगे । जो रचनाकार अपनी अनूदित रचनाएँ इस वेबसाइट में शामिल करवाना चाहें, वे हमें सीधे अपनी रचनाएँ नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेज सकते हैं ।    

प्राय: ऐसा होता है कि कागज़ पर छपी पुस्तकों और इन्टरनेट पर प्रकाशित सामग्री के पाठक अपनी सुविधा के अनुसार प्रकाशन साधन को चुनते हैं । छपी हुई किताबें पढ़ने वाले लोग अकसर इन्टरनेट वेबसाइट पर प्रकाशित रचनाएँ नहीं पढ़ते हैं । वे पुस्तकें ख़रीदकर ही या पुस्तकालय से उन्हें लेकर ही पढ़ते हैं । जबकि इन्टरनेट पर प्रकाशित रचनाएँ उन पाठकों तक पहुँचती हैं जो पुस्तकें नहीं पढ़ते या ऐसी जगहों पर रहते हैं जहाँ पुस्तकें उपलब्ध नहीं होती हैं । इस तरह बुक-रसिया परियोजना किसी भी रचनाकार, अनुवादक या प्रकाशक को कोई आर्थिक हानि नहीं पहुँचा रही है ।

बुक-रसिया वेबसाइट तो इन रचनाओं और अनुवादों को एकत्रित करके पाठकों के बीच उनका विज्ञापन ही करती हैं, इससे कुल मिलाकर पाठक-समूह में वृद्धि होती है । बुक-रसिया ने ये कोशिश की है कि जिन रचनाओं को उपलब्ध कराया गया है उनके मूल प्रकाशक का नाम और पता भी रचना के साथ ही उपलब्ध हो ताकि पाठक उसे सीधे प्रकाशक से ख़रीद सके ।

बुक-रसिया में उपलब्ध सामग्री का उपयोग आम पाठकों के साथ-साथ छात्र और अध्यापक भी व्यापक तौर पर करेंगे । ये सामग्री उनके पठन-पाठन में बहुत उपयोगी सिद्ध होगी । सबसे बड़ी बात तो यह है कि यहाँ पर वे दुर्लभ पुस्तकें उपलब्ध हैं जो दशकों पहले प्रकाशित हुई थी और उसके बाद पुनर्प्रकाशन के अभाव में पाठको की पहुँच से बाहर हो चुकी हैं । वैसे भी भारत में अनुवादों के प्रकाशन की ओर बहुत कम ध्यान दिया जाता है और यदि कोई व्यक्ति स्वेच्छापूर्वक अनुवाद करके कोई रचना प्रकाशित भी करवा लेता है तो वह अनूदित रचना काल के गाल में समा जाती है । बुक-रसिया परियोजना दशकों से अप्रकाशित इन रचनाओं को सहेजने का प्रयास कर रही है । आशा है इस काम में हमें आपका भी सहयोग मिलेगा । अगर आपके पास भी ऐसी कोई दुर्लभ अनूदित पुस्तक या रचना है तो कृपया हमसे सम्पर्क करें, हम उसे आपके यहाँ से मँगवा लेंगे और उसे बुक-रसिया परियोजना में शामिल कर लेंगे ।

अगर अब भी किसी रचनाकार, अनुवादक या कॉपीराइट धारक को बुक-रसिया में उपलब्ध किसी रचना या सामग्री के होने पर कोई आपत्ति है या इस सिलसिले में कोई सुझाव है तो कृपया bookrasiya@gmail.com पर सम्पर्क करें । जिन रचनाओं पर कॉपीराइट धारक आपत्ति व्यक्त करेंगे और बुक-रसिया के साथ सहयोग नहीं करना चाहेंगे, उन रचनाओं को बुक-रसिया बड़े खेद के साथ अपनी परियोजना से अलग कर देगा ।

Our Approach

Serve the Books, Serve the Nation.

Our Story in Hindi

बुक-रसिया सेवा दल

बुक-रसिया वेबसाइट की देखभाल साहित्य और संस्कृति में रुचि रखने वाले पाठकों का एक दल करता है । बुक-रसिया सेवा दल या टीम का सदस्य कोई भी लेखक, अनुवादक, विद्वान या पाठक बन सकता है । आप भी इसके सदस्य बन सकते हैं । सदस्य बनने के लिए सबसे ज़रूरी बात है कि आपकी रुचि रचनाओं के पठन-पाठन और उनके अनुवाद में हो । सदस्य के रूप में आप रचनाओं के टंकण से लेकर उनके रख-रखाव तक कोई भी ज़िम्मेदारी सम्भाल सकते हैं । प्रत्येक सदस्य को वेबसाइट पर काम करने का प्रशिक्षण दिया जाता है । किसी भी व्यक्ति को कम से कम एक वर्ष के लिए सदस्य बनाया जाता है । बुक-रसिया सेवा दल की सदस्यता निशुल्क है । इस दल का सदस्य बने रहना हर सदस्य की सक्रियता पर निर्भर करेगा ।

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